इजरायल की यात्रा के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हमास आतंकियों के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। इससे ईरान, लेबनान समेत अन्य मुस्लिम देशों में खलबली मच गई है। अपने तेल अवीव दौरे को दौरान बाइडेन ने इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से हमास आतंकियों के हमले और ताजा हालात पर चर्चा की। साथ ही इजरायल को युद्ध में पूरी मदद देते रहने का भरोसा दिया। बाइडेन ने यह भी कहा कि मुझे लगता है कि इजरायल ने अस्पताल पर हमला नहीं किया है, बल्कि यह किसी और की करतूत है। इधऱ इजरायल ने हमास आतंकियों के ऊपर ही गाजा के अस्पताल पर हमले का आरोप लगाया है। इजरायली सेना ने हमास के रॉकेट के मिसफायर होने का एक वीडियो भी जारी किया है। वहीं इस घटनाक्रम के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने हमास के खिलाफ सख्त कदम उठाया है।
दरअसल अमेरिका ने हमास के 10 सदस्यों और फलस्तीनी आतंकवादी संगठन के गाजा, सूडान, तुर्किये, अल्जीरिया तथा कतर में फैले वित्तीय नेटवर्क के एक समूह के खिलाफ बुधवार को प्रतिबंधों की घोषणा की है। उसने इजराइल पर हमास के अचानक किए हमले में 1,000 से अधिक लोगों के मारे जाने या उन्हें अपहृत किए जाने की प्रतिक्रिया में यह कदम उठाया है। इजराइल के प्रति समर्थन व्यक्त करने के लिए मंगलवार देर रात पश्चिम एशिया पहुंचे राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजराइल और हमास के बीच बढ़ते युद्ध में तनाव कम करने की कोशिश की हैस लेकिन इन प्रयासों को गाजा के एक अस्पताल में बड़े धमाके में करीब 500 लोगों की मौत से झटका लगा है।
हमास पर अमेरिकी कार्रवाई से ईरान को झटका
वित्त विभाग के विदेश संपत्ति नियंत्रण कार्यालय ने बुधवार को जिन लोगों पर प्रतिबंध लगाया है उनमें हमास के निवेश का प्रबंधन करने वाले सदस्य, ईरान सरकार से करीबी संबंध रखने वाला कतर में स्थित एक वित्त पोषक, हमास का एक प्रमुख कमांडर और गाजा में स्थित आभासी मुद्रा विनिमय शामिल हैं। वित्त मंत्री जेनेट येलेन ने कहा कि अमेरिका ‘‘हमास द्वारा इजराइली बच्चों समेत नागरिकों के क्रूर नरसंहार के बाद उसके वित्त पोषकों और निवेशकों को निशाना बनाने के लिए तीव्र और निर्णायक कार्रवाई कर रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिकी वित्त मंत्रालय का आतंकवाद के वित्त पोषण को प्रभावी रूप से नष्ट करने का लंबा इतिहास रहा है और हम हमास के खिलाफ अपने साधनों का इस्तेमाल करने से गुरेज नहीं करेंगे।