दुनिया की हर लड़की की ये ख्वाहिश होती है कि वह अपने जीवन में एक बार दुल्हन जरूर बने। कई लड़कियों को तो और भी मौके मिल जाते हैं जब वह दुल्हन बनती हैं। लेकिन आज आपको हम एक ऐसी महिला के बारे में बताने जा रहे हैं जो हर जुम्मे यानी शुक्रवार को दुल्हन बनती है। ये महिला कौन है और वह ऐसा क्यों करती है इसके पीछे की कहानी भी हम आपको बताएंगे।
ऐसा शौक क्यों पाला
इस महिला का नाम हीरा जीशान है और ये मूल रूप से पाकिस्तान के लाहौर के पंजाब प्रांत की रहने वाली है। बता दें कि 44 साल की जीशान पिछले 19 सालों से हर शुक्रवार को दुल्हन की तरह सोलह श्रृंगार करती आ रही हैं। इसके पीछे की वजह ये है कि 19 साल पहले उनकी मां काफी बीमार थीं और वह मरने से पहले ये चाहती थीं कि उनकी बेटी की शादी उनके आंखों के सामने हो जाए। मां की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए जीशान ने उस व्यक्ति से शादी कर ली जो उनकी मां को खून देने आया था। फिर मां की आंखों के सामने अस्पताल में ही जीशान का शादी हुई और रिक्शे से उनकी विदाई की गई। हालांकि कुछ दिन बाद जीशान की मां चल बसीं।
शादी के दिन बीतते गए और जीशान को अपने शौहर से 6 बच्चे हुए। उनके 6 में से दो बच्चों की मौत हो गई। जिससे वह डिप्रेशन में चलीं गईं। डिप्रेशन से बाहर आने के लिए हीरा जीशान हर शुक्रवार को दुल्हन की तरह सजने लगीं। इस चीज से उन्हें बहुत खुशी मिलती थी और उनका अकेलापन भी दूर हो जाता था क्योंकि जीशान के पति लंदन में रहते हैं।